अंग-प्रत्यंग का मतलब क्या है?
प्रभु प्रेमियों ! अंग-प्रत्यंग संस्कृत भाषा का पुल्लिंग शब्द है। इसका मतलब है- शरीर के सभी छोटे-बड़े अंग और अवयव, यानी शरीर के हर एक भाग। यह एक व्यापक शब्द है जो शरीर के हर एक हिस्से को संदर्भित करता है।
शब्दकोश में 'अंग-प्रत्यंग' शब्द के पहले 'अंगत्राण' शब्द आया है । इस अंगत्राण के बारे में जानने के लिए 👉यहां दबाए ।
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अंग-प्रत्यंग किसे कहते हैं? |
अ
अंग-प्रत्यंग (सं०, पुँ० ) = शरीर के छोटे-बड़े अवयव, किसी पदार्थ का बड़ा और छोटा अंश, अवयव या टुकड़ा।
अभिनय की दृष्टि से शरीर के विभिन्न अवयवों को तीन भागों में विभाजित किया गया है, जिनके नाम अंग, प्रत्यंग और उपांग। कुछ विद्वान कलाई,कोहनी और घुटने को भी प्रत्यंग मानते हैं। (गूगल)
शब्दकोश में अंग-प्रत्यंग शब्द के बाद 'अंगीकरण' शब्द आया है । इस अंगीकरण शब्द के बारे में जानने के लिए 👉 यहाँ दबाए।
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शब्दकोश अंग-प्रत्यंग || अंग-प्रत्यंग का मतलब क्या है? What is the meaning of body parts? || अंगीकरण
Reviewed by सत्संग ध्यान
on
मई 18, 2025
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