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शब्दकोश अंगत्राण || अंगत्राण किसे कहते हैं? What is called Angatran? || अंग-प्रत्यंग

अंगत्राण किसे कहते हैं? 


     अंगत्राण संस्कृत भाषा का विशेषण शब्द है ।  इसका मतलब होता है- रक्षा करने वाला। इसको हिंदी में कवच कहते हैं ।  कवच पुल्लिंग शब्द है। 

शब्दकोश में 'अंगत्राण' शब्द के पहले 'अंग' शब्द आया है । इस अंग के बारे में जानने के लिए 👉यहां दबाए । 

अंगत्राण का मतलब क्या है ? अंगत्राण किसे कहते हैं?
अंगत्राण का मतलब


अंगत्राण (सं०, वि० ) = शरीर की रक्षा करनेवाला। पुँ० कवच।


"पुल्लिंग

1. जिससे अंगों की रक्षा हो (कवच, भाला)। वस्त्र। अंग की रक्षा करने वाला आवरण; बख़्तर; कवच; चर्म· वस्त्र। शस्त्रास्त्रों से अंग की रक्षा के निमित्त पीतल या लोहे का पहिनावा। वर्म, जिरह। अंगरखा, कुरता।" ( गूगल


श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय 4 शोक 7-8 में है--

परित्राणाय साधुनाम्, विनाशाय च दुष्कृतं। 
धर्म-संस्थापनार्थाय  संभवामि  युगे  युगे ।। अ०/श्लो०७-८।। 

अर्थ:- धर्मात्माओं की रक्षा करने, दुष्टों का विनाश करने तथा धर्म के सिद्धांतों को पुनः स्थापित करने के लिए मैं युग-युग में इस पृथ्वी पर प्रकट होता हूँ।अ०/श्लो०७-८।। 


शब्दकोश में अंगत्राण शब्द के बाद 'अंग-प्रत्यंग' शब्द आया है । इस अंग-प्रत्यंग शब्द के बारे में जानने के लिए  👉  यहाँ  दबाए। 

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शब्दकोश अंगत्राण || अंगत्राण किसे कहते हैं? What is called Angatran? || अंग-प्रत्यंग शब्दकोश  अंगत्राण  ||  अंगत्राण किसे कहते हैं?  What is called Angatran?  ||  अंग-प्रत्यंग Reviewed by सत्संग ध्यान on मई 14, 2025 Rating: 5

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