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गुरु पूजन दिवस |
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आचार्य ऑफ संतमत |
"मैं संतमत को समझते-समझते समझ गया कि इससे उत्तम और कुछ भी नहीं है। ऋषि-मुनि के विचारों के अनुकूल, संतो के ज्ञान के अनुकूल, यह बात है। मैं इस विचार में इतना दृढ़ हुं कि मुझे कोई डुला नहीं सकता? जो मेरे द्वार रचित पुस्तकें पढ़ेंगे। तो वह भी दृढ़ होंगे। ऐसा मेरा विचार है।" -सद्गुरु महर्षि मेंहीं (ता.12-01-1977ई.)
श्री सदगुरु महाराज जी आपके संसार में
सुख की बरसात करें,
और दुखों का नाश करें।
प्रेम की फुलझड़ी से
आपका घर आंगन रौशन हो
आपको गुरु पूजन पर्व की
हार्दिक शुभकामनाएं!
गुरु महाराज का आशीर्वाद
मैंने अपनी भलाई के लिए जो सोची है, वही भलाई आप लोगों के लिए भी चाहता हूं। मैंने बहुत वर्षों तक सोचा, तो यह दृढ़ हो गया कि संतों के ज्ञान में जो मंगल है वही असली मंगल है।
इस मंगल के लिए भजन सत्संग करते रहें। जो भजन सत्संग करते रहेंगे, उनको खाने, दाने और कपड़े की कमी नहीं रहेगी। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि आपलोग सुखी रहें। -सद्गुरु महर्षि मेंहीं ता. 22-05-1967ई.

श्री सदगुरु महाराज जी आपके संसार में
सुख की बरसात करें,
और दुखों का नाश करें।
प्रेम की फुलझड़ी से
आपका घर आंगन रौशन हो
आपको गुरु पूजन पर्व की
हार्दिक शुभकामनाएं!



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